💡Que-(7) उस ब्रम्हा ने भारत के सिर्फ शुद्रो की जिसकी जनसँख्या 85% से भी अधिक है उनके लिए ही जाति का निर्माण किया वो भी एक दो नहीं 6743 जाति क्यों ?और क्यों उन्होंने इतना बड़ा जनसमूह को पाप योनि कहा।
कही ब्रम्हा का शुद्रो से कोई दुश्मनी तो नहीं ।
👉🏿दंडात्मक कानून भी शुद्र के लिए।
👉🏿शोषणात्मक कानून भी शुद्र के लिए कि
उपरोक्त तीनो वर्णों का सेवा करने का काम सिर्फ शुद्र करेगा।यही इसका काम है।
👉🏿जाति का डिटेल इंटरनेट में उपलब्ध भी है।
👉🏿 ,बाकि वर्णों ब्राम्हण, क्षत्रिय,वैश्य का जाति क्यों नहीं बनाया ? वर्ण और गोत्र तक में सीमित कर दिए।ऐसा क्यों ?
👉🏿पर शुद्र का वर्ण ,जाति,जाति के अंदर उपजाति,गोत् ऐसा क्यों भाई ?
शायद इसलिए तो नहीं की ये पाप योनि है?
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